“जीने की कला – विपश्यना साधना” एक अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक हिंदी पीडीएफ पुस्तक है, जो बताती है कि विपश्यना ध्यान केवल ध्यान की विधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक कला है। यह पुस्तक आचार्य श्री स.न. गोenka जी की शिक्षाओं पर आधारित है और सरल भाषा में यह समझाती है कि कैसे आत्मनिरीक्षण, संयम और जागरूकता के माध्यम से व्यक्ति तनाव, क्रोध और दुख से मुक्त होकर संतुलनपूर्ण जीवन जी सकता है। “जीने की कला – विपश्यना साधना” हर उस पाठक के लिए अमूल्य मार्गदर्शिका है जो अपने जीवन को शांत, सुसंगत और अर्थपूर्ण बनाना चाहता है।