धारण करे तो धर्म – आचार्य सत्यनारायण गोयंका

“धारण करे तो धर्म” एक प्रेरणादायक हिन्दी पीडीएफ पुस्तक है, जो धर्म के वास्तविक अर्थ, महत्व और उसके आचरण की गहराई से व्याख्या करती है। यह पुस्तक बताती है कि केवल परंपराओं का पालन करना ही धर्म नहीं है, बल्कि उसे सही अर्थों में जीवन में धारण करना ही सच्चा धर्म है। आचार्य S.N. Goenka जी द्वारा प्रस्तुत यह रचना विपश्यना ध्यान, नैतिकता, संयम और आत्मशुद्धि जैसे विषयों पर प्रकाश डालती है।

“धारण करे तो धर्म” उन पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो धर्म को केवल आस्था नहीं, बल्कि जीवन की दैनिक साधना के रूप में समझना चाहते हैं। यह पीडीएफ पुस्तक आध्यात्मिक पथ के साधकों और जिज्ञासु मनों के लिए एक उत्तम मार्गदर्शक है।

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