“क्या बुद्ध दुखवादी थे? – विपश्यना पीडीएफ पुस्तक (हिंदी)” एक जिज्ञासा समाधानकारी पुस्तक है, जो भगवान बुद्ध के जीवनदर्शन को सही परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में आचार्य श्री स.न. गोenka जी की शिक्षाओं के माध्यम से यह स्पष्ट किया गया है कि बुद्ध का धर्म दुख में डूबा नहीं, बल्कि दुख से मुक्ति दिलाने वाला है। वे केवल जीवन के दुख को पहचानते हैं, उसका कारण समझाते हैं, उससे मुक्ति का मार्ग दिखाते हैं और अंततः निर्वाण की स्थिति तक ले जाते हैं। “क्या बुद्ध दुखवादी थे?” एक महत्वपूर्ण विपश्यना ग्रंथ है जो पाठकों को बुद्ध के व्यावहारिक, वैज्ञानिक और करुणामय दृष्टिकोण से परिचित कराता है।
Kya Buddha Dukhwadi The? vipassana pdf book in hindi