“नकुल पिता और नकुल माता – हिंदी पीडीएफ पुस्तक (VRI प्रकाशन)” एक भावपूर्ण और प्रेरणादायक जीवन चरित्र है, जो विपश्यना आचार्य श्री स.न. गोयंका जी के माता-पिता – श्री टिकेचंद गोenka (नकुल पिता) और श्रीमती रजकंवरबाई (नकुल माता) – के जीवन, उनके संस्कारों और आध्यात्मिक मूल्यों को उजागर करता है। यह पुस्तक बताती है कि कैसे उनके सच्चरित्र, धर्मप्रिय जीवन और करुणा से परिपूर्ण व्यवहार ने गोenka जी के व्यक्तित्व और साधना के मार्ग को आकार दिया। “नकुल पिता और नकुल माता” VRI द्वारा प्रकाशित एक अनुपम कृति है, जो परिवार, सेवा और आध्यात्मिक अनुशासन का अद्भुत संगम प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक हर साधक और श्रद्धालु के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
Courtesy: Vipassana Research Institute
Nakul Maata aani Pita Marathi PDF | Vipassana PDF Books | VRI Dhamma Books